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महानगर के थाना नंबर तीन में रिश्वत का मामला आया सामने

जालंधर( बॉबी) दो प्रवासियों की लड़ाई में पंजाब पुलिस ने खूब खाई मलाई ये चर्चा सेंट्रल हल्के के अंतर गत आते एक थाने की है जिस में एक उच्चाधिकारी के ड्राइवर ने नेताओं का नाम ले कर दोनों तरफ से सेटिंग का खेल खेल कर की भी मामला दर्ज नहीं होने दिया।

उल्लेखनीय है कि लगभग 3 से 4 दिन पहले प्रताप बाग के समीप एक कबाड़िया जो ज्यादातर चोरी का मॉल खरीदता है उस के द्वारा एक लड़के का मार मार के एक हाथ तोड़ दिया उस का हाथ बाजू से अलग के दिया गया उस के बाद सिविल हॉस्पिटल ले जाने की बजाए उस को प्रतापबाग के पास जिस हॉस्पिटल में पीछे से सरकारी गली पर कब्जा कर के हॉस्पिटल तैयार किया हुआ है उस में दाखिल करवा दिया गया । जहां लड़के की सेहत से खिलवाड़ कर के उस के हाथ को नकारा के दिया गया । सूत्र बताते है कि इस मामले में पुलिस के एक डीएसपी की  पत्नी  का ड्राइवर जो लड़ाई के बाद आवा मोहल्ले में पूछताछ करता हुआ नजर आया और कबाड़ियों के हक में उतरकर लड़के और उसके मां-बाप से खाली पेरो पर साइन ले गया जिसको लेकर आता मोहल्ला के निवासियों में काफी रोष देखा जा रहा है बताया जाता है कि यह ड्राइवर पहले भी ऐसे कई मामलों में रिश्वत लेता हुआ नजर आता है क्या सेटिंग है पुलिस की और इस ड्राइवर की और कबाड़िया के साथ इसकी चर्चा खूब हो रही है इसमें सेंट्रल हलके के नेताओं का भी नाम लिया जा रहा है और डॉक्टरों की मन तो यह लड़का लगभग 1 साल तक अपने हाथ से कोई काम नहीं कर सकता अगर पंजाब पुलिस का यही रवैया रहा तो आम जनता का विश्वास इसे उठ जाएगा।  इसकी भी चर्चा शहर में खूब हो रही है।

महानगर के थाना नंबर तीन में रिश्वत का मामला आया सामने

एक चौंकाने वाले मामले में महानगर के थाना नंबर तीन में रिश्वत का आरोप लगा है। आरोप है कि थाने के कुछ अधिकारी और कर्मचारी रिश्वत लेकर मामलों को दबाने और गलत कामों को अंजाम देने में मदद कर रहे हैं।

मामले की जांच शुरू

इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही जा रही है। जांच एजेंसी ने थाने के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की है और मामले से जुड़े सबूत इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है।

प्रशासन की कार्रवाई

प्रशासन ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। आरोपियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए है और किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

लोगों की प्रतिक्रिया है कि पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में अपनी जेब में भर ली है जिस कारण यह राजीनामा जबरदस्ती हुआ है

लोगों में इस मामले को लेकर काफी आक्रोश है। उनका कहना है कि पुलिस और प्रशासन पर भरोसा करना मुश्किल हो गया है। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ही भ्रष्टाचार में लिप्त होगी तो फिर न्याय कैसे मिलेगा। मामला जालंधर के प्रताप बाग के साथ लगते आभा मोहल्ला में पिछले दिनों एक लड़ाई हुई थी जिसमें प्रवासी युवक का हाथ तोड़ दिया गया था इस मामले में थाना नंबर 3 के अधिकारी ने प्रवासियों पर अपना प्रभाव जमाते हुए जबरदस्ती उनसे राजीनामे पर साइन करवा लिए तथा मामले को दबा दिया युवक के हाथ की हालत अभी भी गंभीर है अगर डॉक्टर की माने तो उसका हाथ ठीक होने में तकरीबन 1 साल का समय लग सकता है

आगे क्या होगा?

अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और आरोपियों को कितनी सजा मिलती है। लोगों को उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगा और दोषियों को सजा दिलाएगा।

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